पीलीभीत: उत्तर प्रदेश में गन्ना और चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। और इसके गन्ना विभाग का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक गन्ना और चीनी उद्योग के प्रमुख सचिव संजय आर भूसरेड्डी ने कहा है कि, राज्य में गन्ने की खेती के उन्नत वैज्ञानिक तरीकों को बढ़ावा देने से मृदा स्वास्थ्य में सुधार हुआ है, उत्पादकता में वृद्धि हुई है, फसलों पर रोगों और कीटों का कम से कम असर हुआ है। इस सकारात्मकता ने कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट विकास और पिछले तीन वर्षों के दौरान किसानों की अतिरिक्त आय में वृद्धि की है।
उन्होंने कहा सबसे लाभप्रद तकनीकों में से एक गन्ने की बुवाई की खाई विधि है, जो आमतौर पर शरद ऋतु में लागू होती है, जो अंतर-फसल की अनुमति देती है। पिछले वर्ष के दौरान, गन्ना किसानों ने राज्य में दो लाख हेक्टेयर से अधिक गन्ने के साथ मसूर, मटर, आलू, लहसुन आदि की बुवाई की थी।
आपको बता दे इस सीजन उत्तर प्रदेश ने गन्ना उत्पादन के साथ’चीनी उत्पादन में रिकॉर्ड दर्ज किया है।
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