लखनऊ: प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया की गन्ना वर्ष 2019-20 में हुई गन्ने की बुवाई के आधार पर पेराई सत्र 2020-21 के लिए उपलब्ध होने वाले गन्ने का सवेक्षण कार्य पूरा हो चुका है। प्रदेश का कुल गन्ना क्षेत्रफल 27.16 लाख हेक्टेयर आंकलित किया गया है। गत पेराई सत्र में यह क्षेत्रफल 26.78 लाख हेक्टेयर था। वर्त्तमान वर्ष में प्रदेश के गन्ना क्षेत्रफल में 1.4 प्रतिशत तथा गन्ने की औसत उपज में 6 कु./हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज की गयी है।
श्री भूसरेड्डी ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए यह भी बताया की प्रदेश के गन्ना क्षेत्रफल में पौधा गन्ना का क्षेत्रफल 13.69 लाख हेक्टेयर आंकलित किया गया है, जो गत वर्ष के सापेक्ष 2.89 प्रद्धतशत अधिक है। पेडी गन्ने का क्षेत्रफल इस वर्ष 13.47 लाख हेक्टेयर आंकलित किया गया है, जो गत वर्ष के लगभग बराबर है।
Sir shamli jile ke mill ke bare me bhi beta diya kro
गन्ना किसानों का क्या दोष है जो उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है अठृराह माह में फसल तैयार करने के बाद छः माह में पर्ची का इंतजार कर वमुशिकल गन्ना पड़ने के बाद भी अगले छः माह भुगतान का इंतजार
इन पालिसी मेकरो को यदि प्रति माह वेतन न मिले तो यह महसूस करेंगे किसान तो फसल बोने से लेकर कटने व भुगतान को 24 से 30 माह तक कैसे काटता है इस दर्द का एहसास की कल्पना मात्र से माननीय व अधिकारी आत्महत्या कर लेंगे।
यदि बैंक KCC एक दिन भी लेट हो जाए तो फिर चार प्रतिशत पैनल ब्याज देना पड़ता है किसानों के भुगतान की कोई समय-सीमा नहीं अपने पैसों के लिए मिल वालों और से अधिकार पूर्ण मांग भी नहीं सकता वाह री देश की किसान हितैषी सरकारें
Hamari mill abhi tak 22disamber tak paisa Diya .yahi h kisano ki amdani do guni.