बेंगलूर : केंद्र सरकार द्वारा 2020-21 सीज़न के लिए FRP (गन्ना मूल्य) की घोषणा के बाद कर्नाटक के किसानों ने कहा कि, एफआरपी दर पर्याप्त नहीं है और यह गन्ने की लागत को भी नही कवर कर सकती है।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गन्ना किसानों ने कर्नाटक सरकार से स्टेट एडवाइजरी प्राइस/SAP की घोषणा करने का आग्रह किया है।
इंडियन शुगरकेन ग्रोवर्स असोसिएशन के अध्यक्ष कुरुबुर शक्तकुमार ने कहा, गन्ने की प्रति टन इनपुट लागत गन्ना मूल्य से अधिक है। हम मांग करते हैं कि राज्य सरकार कम से कम 3,200 रुपये प्रति टन SAP की घोषणा करे।
आपको बता दे, 19 अगस्त को केंद्र सरकार ने अक्टूबर 2020 से शुरू होने वाले अगले विपणन वर्ष के लिए FRP 10 रुपये बढ़ाकर 285 रुपये प्रति क्विंटल करने का फैसला लिया था। मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। यह 10 फीसदी रिकवरी के आधार पर तय किया गया है।
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