अबुजा: मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ नाइजीरिया (MAN) के कार्बोनेटेड शीतल पेय समूह ने सरकार द्वारा मीठे शीतल पेय पर प्रस्तावित अतिरिक्त 20 प्रतिशत Ad-Valorem उत्पाद कर बढ़ाने को लेकर चल रहे भावनात्मक अभियान को गलत बताया। MAN ने दावा किया कि, यह कदम एक आर्थिक वायरस के रूप में आया है, जो एक महामारी बन सकता है जिसे सरकार गैर-मादक पेय उद्योग पर फैलाने का इरादा रखती है।
नाइजीरिया के मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (MAN) के कार्बोनेटेड शीतल पेय समूह ने कहा, ‘नागरिकों’ का स्वास्थ्य सभी सरकारों की एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है और इसका समर्थन किया जाना चाहिए। लेकिन चीनी से संबंधित बीमारियों को किसी एक कारण या उत्पाद से जोड़ना गलत है। आर्थिक विश्लेषक तस्लीम शिट्टा-बे ने कहा कि, चीनी की खपत को नियंत्रित करना आवश्यक है, लेकिन करों को बढ़ाना समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि, चीनी की खपत को नियंत्रित करने का सबसे अच्छा तरीका कार्बोनेटेड पेय में उपयोग की जाने वाली चीनी की मात्रा के नियमों को लागू करना है।