बिजनौर: जिले के किसानों को कोटे के मुताबिक ही पर्ची दी जाएगी, ताकि किसानों को समितियों का चक्कर न लगाना पड़े। लेकिन कई किसानों को पर्ची का नया सिस्टम समझ में नहीं आ रहा। मिल प्रशासन का कहना है कि किसानों को इसमें परेशान होने की जरुरत नहीं है। उनका जितना कोटा है, उतने की ही गन्ना पर्ची उन्हें दी जाएगी।
खबरों के मुताबिक, नई व्यवस्था में ट्रिपलर की एक पर्ची गन्ने की दो तथा ट्राली की एक पर्ची बुग्गी की तीन पर्ची में दर्ज होंगी। गौरतलब है कि बुग्गी में 20 किव्टल, ट्रिपलर में 35 क्विंटल और ट्रॉली में 50 क्विंटल गन्ना तौले जाते हैं। इस बारे में किसानों को मैसेज भी किये जाते हैं।
नई व्यवस्था में अमर उजाला में छपी खबर के मुताबिक यदि किसान अगर ट्रिपलर से गन्ना सप्लाई करता है तो उसका पहली पर्ची का कॉलम पूरा होने के बाद दूसरी पर्ची का कॉलम शुरू होने पर ट्रिपलर की एक पर्ची मिल रही है। ट्राली की गन्ना पर्ची के लिए भी यही व्यवस्था की गई है। ट्राली के लिए पर्ची के तीन कॉलम पूरे करने जरूरी होंगे। इस प्रणाली के अनुसार ही किसानों को गन्ना पर्ची दी जा रही हैं।
बिजनौर के जिला गन्ना अधिकारी यशपाल सिंह ने गन्ना किसानों को आश्वासन दिया और कहा कि गन्ना किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। उनके बेसिक कोटे के अनुसार ही बुग्गी, ट्रिपलर और ट्राली के पास जारी किए जाएंगे।
यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.