गोंडा: पूर्वांचल चीनी मिल यूनियन और उत्तर प्रदेश चीनी मिल मजदूर संघर्ष समिति ने चीनी मिलों में काम करने वाले श्रमिकों के वेतन में वृद्धि की मांग को लेकर उपश्रमायुक्त के दफ्तर के सामने धरना दिया और नारे बाजी की। चीनी मिल मजदूर काफी समय से वेज बोर्ड की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी इस मांग पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। इन संगठनों ने उपश्रमायुक्त को किसानों की मांगों का ज्ञापन सौंपा।
किसान संगठनों का आरोप है कि अलग-अलग श्रेणी के श्रमिकों को दिये जा रहे वेतन वेज बोर्ड के मुताबिक नहीं है। चीनी मिलें मजदूरों को तकरीबन 10 से 50 हजार रुपये तक कम वेतन दे रही हैं। उन्होंने कहा कि यह सरासर मजदूरों के प्रति अन्याय है। उनका शोषण किया जा रहा है। श्रमिकों के नेता सत्य नारायन त्रिपाठी ने कहा कि चीनी मिलों ने श्रमिकों को वेतन देने में वेजबोर्ड व सरकार की ओर से बनाये गये कानून को ताक पर रख दिया है। उन्होंने कहा कि चीनी मिलें कई वर्षों से श्रमिकों का शोषण कर रही हैं। लेकिन अब उनकी मनमानी नहीं चलेगी।
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