बिजनौर : टिड्डियों के हमले से गन्ने की फसल को बचाने की मुशक्कत कर रहें किसानों के सामने अब पोक्का बोईंग रोग का संकट खड़ा हुआ है। पोक्का बोईंग रोग से निपटने के लिए अब किसानों को तैयार रहन होगा। मुजफ्फरनगर के गन्ना शोध केंद्र से आई कृषि वैज्ञानिकों की टीम ने हल्दौर क्षेत्र में गन्ने के खेतों का निरीक्षण किया। कुछ जगहों पर उन्हें गन्ने में पोक्का बोईंग बीमारी का असर देखने को मिला। वैज्ञानिकों ने इस रोग को खत्म करने के लिए किसानों को रसायनों के छिड़काव के सुझाव दिए।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, कृषि वैज्ञानिक डा.अवधेश डागर व कीट वैज्ञानिक डा.अजय चौहान ने हल्दौर क्षेत्र के कई गांवों के खेतों में गन्ने की फसल की जाँच की, उस दौरान उन्हें फसल में कीटजनित कोई रोग नहीं मिला। लेकिन कई जगह पर फसल में पोक्का बोईंग का प्रकोप दिखाई दिया। पोक्का बोईंग में गन्ने के पौधे की वृद्धि नहीं होती है।
आपको बता इससे पहले गन्ना किसान टिड्डियों के हमले से परेशान थे लेकिन उसपर लगभग नियंत्रित कर लिया गया है।
हल्दौर क्षेत्र में गन्ने में मिला पोक्का बोईंग रोग यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.