कुशीनगर, उत्तर प्रदेश: गन्ने में लाल सड़न रोग का फैलाव लगातार बढ़ रहा है,और इससे किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
त्रिवेणी चीनी मिल रामकोला के अधिकारियों ने कृषि वैज्ञानिकों के साथ भरवलिया महुई में 238 प्रजाति के गन्ने में लग रहे लाल सड़न रोग का जायजा लिया।
डाॅ. एसके पांडेय ने कहा कि, गन्ना की पत्ती की निचली सतह पर मध्य सिरे पर मनके की माला की तरह संरचना दिखाई देती है जो, बाद में पूरी तरह लाल होकर अंदर से सूख जाती है। उन्होंने कहा की, यह रोग पानी-हवा से फैलने वाला है।
खेत में अगर यह लक्षण दिखाई दे तो गन्ने को खेत से उखाड़ कर फेंक दें और मिल की ओर से निशुल्क ब्लीचिंग पाउडर को उस जगह पर डालें।इस अवसर पर प्रधान प्रबंधक यशराज सिंह, वरिष्ठ गन्ना प्रबंधक संजीव बलियान, डाॅ.एस के त्रिपाठी, विकास मौजूद रहे।