ऑल इंडिया पोल्ट्री ब्रीडर्स एसोसिएशन (AIPBA) ने सोमवार को मांग की कि सरकार एथेनॉल उत्पादन में अनाज की खपत में वृद्धि और अपर्याप्त घरेलू उत्पादन के बीच पोल्ट्री उद्योग की आवश्यकता को पूरा करने के लिए मक्का के शुल्क मुक्त (duty-free import) आयात की अनुमति दे।
AIPBA के अध्यक्ष बहादुर अली ने मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय को दिए एक ज्ञापन में कहा कि एथेनॉल निर्माताओं की मक्का के प्रति बढ़ती मांग से कीमतों में बढोत्तरी आयी है, जो भारतीय पोल्ट्री किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती है।
उन्होंने कहा की भारत भर में मक्के की कीमतें 22-23 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास हैं, पोल्ट्री किसान अस्थिर लागत से जूझ रहे हैं।
इस पृष्ठभूमि में, एसोसिएशन ने कहा कि पशुधन फ़ीड और अन्य उद्योगों दोनों में मक्के की बढ़ती मांग को संबोधित करने के लिए सरकार के सामने दो विकल्प हैं। एक मक्के का आयात कर रहा है और दूसरा घरेलू उत्पादन बढ़ाए।
उन्होंने कहा की हालांकि, घरेलू उत्पादन में महत्वपूर्ण अल्पकालिक वृद्धि मुश्किल है। इसलिए, अन्य देशों से मक्का आयात करना तत्काल मांग को पूरा करने के लिए सबसे व्यवहार्य समाधान के रूप में उभरता है।