नासिक: उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने चीनी के न्यूनतम विक्रय मूल्य (MSP) को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया है, जो पिछले कुछ वर्षों से एक ही मूल्य पर अटका हुआ है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, अहमदनगर के कोपरगांव में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने घोषणा की कि, वह अगले कुछ दिनों में केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के राज्य दौरे के दौरान उनके साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। पवार ने कहा कि, केंद्र ने गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) बढ़ाने का अच्छा कदम उठाया है, जिससे गन्ना किसानों को फायदा हो रहा है। लेकिन चीनी का MSP बढ़ाने की भी जरूरत है, जो लंबे समय से 31 रुपये प्रति किलोग्राम पर बना हुआ है।
उन्होंने कहा, चीनी के MSP में वृद्धि से गन्ना किसानों को भी फायदा होगा क्योंकि चीनी मिलें गन्ना किसानों को अधिक आकर्षक मूल्य दे सकती हैं। एफआरपी सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मूल्य है जिसे चीनी मिलों को किसानों को गन्ने के लिए देना होता है, जबकि MSP सरकार द्वारा तय किया गया न्यूनतम मूल्य है जिस पर चीनी मिलें चीनी बेच सकती हैं। पवार ने एफआरपी से अधिक गन्ना किसानों को भुगतान करने वाली चीनी मिलों को आयकर में छूट प्रदान करने के लिए केंद्र की सराहना की। उन्होंने कहा, केंद्र के इस निर्णय से चीनी मिलों को 9,000 करोड़ रुपये की राहत मिली है।
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