अंबाला: गन्ना किसानों के लंबित भुगतान को लेकर मंगलवार को अंबाला के बनौंदी गांव में बीकेयू (टिकैत) के कार्यकर्ताओं ने नारायणगढ़ चीनी मिल के अधिकारियों से मुलाकात की। इससे पहले, बीकेयू (चारुनी) ने हाल ही में चल रहे 2020 सीज़न के लगभग 102 करोड़ रुपये के बकाया भुगतान के लिए मिल अधिकारियों के साथ कई बैठकें की हैं। हालांकि, मिल प्रबंधन ने अपने खराब प्रदर्शन के कारण बकाया भुगतान में असहायता व्यक्त की थी और इसके ऋण अप्लिकेशन को भी हार्को बैंक ने ठुकरा दिया था।
बीकेयू (टिकैत) मंडल के अध्यक्ष बलदेव सिंह ने कहा, नियमानुसार, मिल को गन्ना खरीदने के 14 दिनों के भीतर भुगतान करना होता है, लेकिन नारायणगढ़ चीनी मिल समय पर भुगतान करने में विफल रहती है। हमें अपना बकाया पाने के लिए बार-बार बैठ कें करने और अल्टीमेटम देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। मिल अधिकारियों ने अब 20 अप्रैल तक 35 करोड़ रुपये भुगतान का आश्वासन दिया है। अगर बकाया साफ नहीं किया गया तो हमने 22 अप्रैल को एक महापंचायत के बाद बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू करने का अल्टीमेटम भी दिया है।