अंबाला : नारायणगढ़ शुगर मिल्स लिमिटेड में अपनी उपज पहुंचाने वाले लगभग 7,000 गन्ना उत्पादकों की चिंताओं को दूर करने के लिए, भारतीय किसान संघ (चारुनी) द्वारा आज (मंगलवार) यहां एक महापंचायत का आयोजन किया गया है।
द ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने 4 मई, 2022 को एक रिट याचिका (सिविल) में अपने आदेश में एक समिति का गठन किया था और समिति ने 24 अगस्त, 2023 को नारायणगढ़ शुगर मिल्स लिमिटेड की संपत्तियों को कुर्क कर लिया था। हाल ही में किसानों को संपत्तियों की कुर्की की जानकारी मिली तो उनमें हड़कंप मच गया। किसानों को आशंका है कि, मिलों की संपत्ति कुर्क होने से उनका बकाया फंस सकता है।
मिल ने पिछले सीजन का लगभग 17 करोड़ रुपये का बकाया चुका दिया और चालू सीजन का भुगतान भी शुरू कर दिया।
बीकेयू (चारुनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चारुनी ने कहा, मिल सरकार की देखरेख में चल रही हैं और हम मांग करते हैं कि सरकार को मिल का अधिग्रहण करना चाहिए ताकि किसानों के हितों की रक्षा की जा सके। यदि मिल निजी हाथों में चली जाती हैं तो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि किसानों का बकाया भुगतान प्राथमिकता पर किया जाए।