केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को तूफान ‘बिपरजॉय’ के लिए तैयारी पर एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और उन जिलों के संसदीय सदस्य भी इस बैठक में आभासी रूप से भाग लेंगे जिन पर तूफान का प्रभाव पड़ सकता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) ने सोमवार को कहा कि अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान बिपारजॉय कमजोर होकर बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान (VSCS) में बदल गया है।
साथ ही IMD ने बताया की, ईएससीएस बिपरजॉय VSCS में कमजोर हो गया है और आज 2330 आईएसटी पर पोरबंदर के लगभग 310 किलोमीटर पश्चिमी दिशा में, देवभूमि द्वारका के लगभग 320 किलोमीटर पश्चिमी दिशा में, जखाऊ पोर्ट के लगभग 380 किलोमीटर दक्षिण पश्चिमी दिशा में स्थित है। साथ ही यह 15 जून की संध्या तक जखाऊ पोर्ट के पास (गुजरात) से दस्तक देगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की थी, जिसमें केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों और गुजरात में होने वाले चक्रवात की तैयारी की समीक्षा की गई थी ताकि आगामी तूफान से उत्पन्न स्थिति का सामना करने के लिए उचित कार्रवाई की जा सके।
उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि राज्य सरकार द्वारा सुरक्षित स्थानों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित तरीके से अपने निवास स्थान से निकाला जाए और विद्युत, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल आदि जैसी सभी आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि इन सेवाओं को यदि इन्हें क्षति पहुंचाई जाती है तो तत्काल मदद की जाए ।
उन्होंने पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और नियंत्रण कक्ष को चौबीस घंटे काम करने के निर्देश दिए।
साथ ही IMD द्वारा गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
तूफान के संकट के चलते भारतीय रेलवे ने आपदा प्रबंधन कक्ष को सक्रिय किया है और गुजरात के कई जिलों में आपातकालीन नियंत्रण कक्ष खोली हैं। ताकि इस चक्रवात से रेल कार्य प्रभावित न हो।