अमृतसर: निकट भाला पिंड स्थित सहकारी चीनी मिल के बाहर क्षेत्र के गन्ना किसानों ने बकाया में देरी के मुद्दे पर धरना दिया। जम्हूरी किसान सभा के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि, मिल के पास 6.78 करोड़ रुपये का भुगतान लंबित है। उन्होंने मांग की कि बकाया तुरंत जारी किया जाए।
द ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जम्हूरी किसान सभा के अध्यक्ष डॉ सतनाम सिंह अजनाला ने कहा, सरकार के गन्ना नियंत्रण आदेश 1966 के अनुसार, खरीद के 15 दिनों के भीतर भुगतान नहीं करने पर मिलें किसानों को 15 प्रतिशत ब्याज देने के लिए उत्तरदायी हैं।
गन्ना उत्पादकों ने सरकार से अगले सीजन में गन्ने के लिए 450 रुपये प्रति क्विंटल की दर तय करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि, गन्ने की कीमत डॉ स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार तय की जानी चाहिए, जिसने खेती की लागत से 50 प्रतिशत लाभ की सिफारिश की थी। किसान नेता कुलवंत सिंह मल्लूनांगल ने कहा कि, चीनी मिलों द्वारा गन्ने की बिक्री के लिए पर्ची जारी करने में किसानों को परेशान किया जा रहा है। अजनाला ने कहा कि , चीनी उद्योग का उपोत्पाद एथेनॉल विदेशी मुद्रा बचाने में भी मदद कर सकता है। उन्होंने यह भी मांग की कि, भाला पिंड चीनी मिल को एथेनॉल संयंत्र स्थापित करने की अनुमति दी जानी चाहिए।