विशाखापत्तनम : माकपा के राज्य सचिव वी. श्रीनिवास राव ने आरोप लगाया है कि, राज्य सरकार गोवाडा चीनी मिल को बचाने में विफल रही है, जो आंध्र प्रदेश में सहकारी क्षेत्र की एकमात्र बची हुई चीनी मिल है। उन्होंने आश्चर्य जताया कि, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, जो ‘इज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस’ का नारा लगा रहे थे, गोवाडा चीनी मिल के आधुनिकीकरण के लिए कदम क्यों नहीं उठा पाए।
वी. श्रीनिवास राव ने पार्टी की प्रजा चैतन्य यात्रा के तहत अनकापल्ली जिले का दौरा किया। उन्होंने चीनी मिल को गन्ना आपूर्ति करने वाले श्रमिकों, किसानों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। उन्होंने मांग की कि, राज्य सरकार को मिल को तत्काल सहायता के रूप में 35 करोड़ रुपये और इसके आधुनिकीकरण के लिए अतिरिक्त 350 करोड़ रुपये देने चाहिए।
श्रीनिवास राव ने अनकापल्ली के सांसद सीएम रमेश, जो प्रधानमंत्री के साथ अच्छे संबंध होने का दावा करते हैं, द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष इस मुद्दे को उठाने में विफलता पर सवाल उठाया। उन्होंने सांसद पर आर्सेलर मित्तल स्टील प्लांट की स्थापना के लिए दिल्ली के कई चक्कर लगाने और गोवाडा चीनी मिल में संकट की ओर ध्यान न देने का आरोप लगाया। भाकपा नेता ने मांग की कि राज्य सरकार, स्थानीय सांसद और विधायकों को प्लांट की सुरक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए, ऐसा न करने पर माकपा आंदोलन करेगी। माकपा के राज्य सचिवालय सदस्य के. लोकनाथम ने क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में चीनी मिल के योगदान पर बात की। कार्यक्रम में पार्टी नेता जी. कोटेश्वर राव, डी. वेंकन्ना और आर. शंकर राव भी शामिल हुए।