विशाखापट्टनम: राज्य मंत्रिमंडल की उप-समिति के सदस्य और नगरपालिका विभाग के मंत्री बोत्सा सत्यनारायण ने कहा कि, राज्य सरकार बंद पड़ी सहकारी चीनी मिलों को पुनर्जीवित करने के कोशिशों में जुटी है। समिति के सदस्यों में मंत्री के कन्नाबाबू, गौतम रेड्डी, मुट्टमसेट्टी श्रीनिवास राव, काकीनाडा के सांसद वंगा गीता, विधायकों में दादिसती राजा, हरिचौता पूर्ण प्रसाद, गुल्ला बाबूराव, अमरदीप और अन्य शामिल हैं। समिति के सदस्यों ने टंडवा और एटिकोपका सहकारी चीनी मिलों का दौरा किया और किसानों और श्रमिकों के साथ बातचीत की।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्री सत्यनारायण ने कहा कि, वे इन चीनी मिलों का दौरा करने के बाद सरकार को एक रिपोर्ट सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री पिछली सरकार द्वारा लंबित भुगतानों को मंजूरी देकर मिलों को पुनर्जीवित करने को लेकर बहुत सकारात्मक हैं। उन्होनें कहा की, राज्य सरकार टंडवा मिल को 9 करोड़ रुपये और एटिकोपका मिल का 7 करोड़ रुपये का लंबित बकाया भुगतान करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि, पिछली सरकार की भुगतान में विफलता मिलों के लिए महंगी साबित हुई, और पेराई घट गई है। कृषि मंत्री के कन्नाबाबू, उद्योग मंत्री गौतम रेड्डी और पर्यटन मंत्री एम श्रीनिवास राव ने आरोप लगाया कि, पिछली सरकार की लापरवाही के कारण चीनी मिलें बंद पड़ी है। सरकार राज्य में 12 मिलों को पुनर्जीवित करेगी।
यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.