सिंगापुर : भारत की एचपीसीएल-मित्तल एनर्जी लिमिटेड (HMEL) {HPCL-Mittal Energy} अपने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के उपायों के तहत 2023 में उत्तर भारत में अपनी बठिंडा रिफाइनरी में बायो-एथेनॉल प्लांट शुरू करेगी। एचपीसीएल-मित्तल एनर्जी लिमिटेड के सहायक महाप्रबंधक प्रवीण शिर्के ने एशिया पैसिफिक पेट्रोलियम सम्मेलन में बताया की, हमारी कंपनी अपशिष्ट भोजन जैसे कृषि आदानों के आधार पर प्रति वर्ष 100,000 टन एथेनॉल प्लांट बनाने की प्रक्रिया में है।
रायटर्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि, प्लांट अगले साल चालू हो जाएगा। HMEL राज्य द्वारा संचालित हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड (एचपीसीएल.एनएस) और मित्तल एनर्जी इन्वेस्टमेंट्स के बीच एक संयुक्त उद्यम है। भारत की योजना अगले साल अप्रैल से देश के कुछ हिस्सों में गैसोलीन के साथ 20% एथेनॉल मिश्रण शुरू करने की है, इसके बाद 2025-26 से देशव्यापी रोल आउट किया जाएगा।