लखनऊ: किसानों को गन्ना माफिया से छुटकारा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही छोटे और सीमांत गन्ना किसानों को राहत देने के लिए ई-गन्ना ऐप लॉन्च करेंगे। गन्ना किसानों की उपस्थिति में गन्ने के खेत के माप का डिजिटलकरण से गन्ना माफियाओं को साफ करने की दिशा में योगी सरकार का यह एक और कदम है। ऐप गन्ने के मूल्य को किसान के सामने मापेगा और तय समय के अंदर भुगतान कराने पर जोर देगा।
इस ऐप के लॉन्च होने से किसानों को उनके गन्ने अनुमानित लागत के साथ साथ चीनी मिलों द्वारा उनके खातों में ट्रांसफर की गई राशि के बारे में भी पता चल जाएगा। साथ ही वे दूसरे किसानों के बारे में भी समान तथ्यों की जांच कर सकेंगे।
प्रमुख सचिव (चीनी और गन्ना विकास) संजय भुसरेड्डी ने कहा कि गन्ना माफिया और प्रभावशाली राजनेताओं के बीच बहुत मजबूत सांठगांठ होती है। ये न केवल छोटे और सीमांत श्रेणी के गन्ना किसानों का शोषण करता है, बल्कि उन्हें धोखा भी देते हैं। वे मिल अधिकारियों के साथ मिलकर गन्ने की उपज में भारी हेरफेर करते हैं। भूसरेड्डी ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को एक प्रस्तुति दी है। वे बहुत ही जल्द ऐप लॉन्च करेंगे।
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