कुशीनगर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में किसानों को वसंत कालीन गन्ना बुआई के प्रति जागरूक किया जा रहा है, और उनसे गन्ने की उन्नत प्रजातियों की बुआई की अपील की जा रही है। गन्ना विभाग और चीनी मिलों द्वारा गांव-गांव जाकर किसानों को पेड़ी प्रवंधन, सहफसली खेती, कीट तथा रोग नियंत्रण के साथ गन्ना विकास की योजनाओं की जानकारी दी जा रही है।
गन्ना किसान संस्थान पिपराइच के सहायक निदेशक ओम प्रकाश गुप्ता के अनुसार, गन्ने की अधिक पैदावार के लिए उन्नतशील प्रजातियां जैसे 13235, 9232, 0118, को. लखनऊ 14201 की वसंत कालीन बुआई दो आंख के टुकड़े को ट्राइकोडर्मा के घोल में उपचारित करके करें। उन्होंने कहा कि प्याज, लहसुन, भिंडी आदि की सहफसली खेती से दोगुना लाभ उठाया जा सकता है। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि आधार गन्ना पौधशाला से बीज तैयार कर वितरण करने पर सरकार 50 रुपये प्रति क्विंटल अनुदान देती है। इस अवसर पर प्रबंध कमेटी के उपाध्यक्ष एसएन त्रिपाठी, गन्ना पर्यवेक्षक नवनीत राय, सुनील कुमार, विनीत सिंह, श्यामनरायण त्रिपाठी, राकेश सिंह, केशव पांडेय, ग्राम प्रधान प्रवीण सिंह, ब्रह्मा सिंह, राजन मिश्र आदि मौजूद थे।