दिसपुर : पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने कहा कि, बांस से बायोएथेनॉल के उत्पादन के लिए देश की पहली बायो रिफाइनरी इकाई अक्टूबर तक असम में तैयार होने की उम्मीद है। केरल मोटर वाहन विभाग द्वारा आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय ई-मोबिलिटी और वैकल्पिक ईंधन सम्मेलन ‘इवॉल्व-2023’ में बोलते हुए श्री तेली ने कहा कि, असम में सार्वजनिक क्षेत्र की नुमालीगढ़ रिफाइनरी में काम तेजी से चल रहा है।
उन्होंने कहा, मकई और चावल जैसे खाद्यान्न से बायोएथेनॉल का उत्पादन किया जा रहा है, लेकिन यह बांस से एथेनॉल उत्पादन करने वाली देश की पहली इकाई होगी। अभी हम 12% एथेनॉल सम्मिश्रण कर रहे है, और 2025 तक इसे 20% तक ले जाने का लक्ष्य है। तेली ने कहा कि, तेल आयात पर देश की निर्भरता को कम करने के लिए हरित हाइड्रोजन और वैकल्पिक ईंधन जैसे विकल्पों की खोज महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि देश अपनी कच्चे तेल की आवश्यकता के लगभग 83% के लिए आयात पर निर्भर है, जिसे कम करने की आवश्यकता है।