मैसूर: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गन्ने के उच्च उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) की मांग को लेकर पिछले कुछ दिनों से मैसूर में प्रदर्शन कर रहे किसानों को मैसूर के उपायुक्त (Mysuru Deputy Commissioner) ने आश्वासन दिया कि, वह उनकी मांगों पर चर्चा के लिए 8 नवंबर को एक बैठक बुलाएंगे। इसके बाद डीसी ने किसानों से अपनी हड़ताल वापस लेने का आग्रह किया, लेकिन किसान नहीं माने और कहा कि उनकी मांग पूरी होने पर ही हड़ताल वापस ली जाएगी। इस अवसर पर किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आपको बता दे की, कर्नाटक में गन्ना किसानों ने उत्पादन की लागत में 20% की वृद्धि का दावा करते हुए ज्यादा एफआरपी की मांग कर रहे है। किसानों ने चीनी मिलों के साथ हुई द्विपक्षीय वार्ता के परिणाम के आधार पर सरकार द्वारा पारित प्रस्ताव को तत्काल लागू करने की मांग की है।