अक्टूबर से शुरू होनेवाले गन्ना क्रश सीजन में चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन होनेवाला है। इसलिए केंद्र सरकार के अन्न सहसचिव सुरेशकुमार वशिष्ठ के नेतृत्व में चीनी उद्योग प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देश में दौरे द्वारा निर्यात के लिए पहल कर रहा है। इससे गन्ना क्रश सीजन २०१८-१९ में ८० लाख टन चीनी निर्यात करार करने का महत्त्वाकांक्षी उद्दिष्ट है यह जानकारी राष्ट्रिय सहकारी चीनी मिल व्यवस्थापकीय संचालक प्रकाश नाईकनवरे इन्होंने दी।
इस साल क्रश सीजन में तैयार होनेवाले कच्ची रिफाइंड चीनी निर्यात के लिए केंद्र अन्न सहसचिव, राष्ट्रीय सहकारी मिल महासंघ, इंडियन शुगर मिल्स असोसिएशन(इस्मा) आदि के प्रतिनिधिमंडल ने अभी तक बांगला देश, इंडोनेशिया, मलेशिया इन राज्यों का दौरा किया गया है। चीनी उद्योग संघ के साथ चीनी परिष्करण मिलों के प्रतिनिधिओं से संयुक्त चर्चा हुई। ब्राजील ने चालू वर्ष में चीनी के बजाय अधिक इथेनॉल उत्पादन संचालित किया है। भारतीय चीनी निर्यात को बढ़ावा देने के लिए इसका लाभ उठाना संभव है।
चीनी के बदले में, अन्य देशों के साथ समझौते
इंडोनेशिया और मलेशिया से भारत में पामतेल बड़ी मात्रा आयात किया जाता है। इसके बदले भारत से कम आयात शुल्क में इन देशों में चीनी निर्यात का करार करने पर चर्चा की गयी है। केंद्र व चीनी उद्योग प्रतिनिधिमंडल जल्दही श्रीलंका, खाड़ी देश और चीन इन देशों में करार के लिए यात्रा करेंगे।