देश की चीनी मिलें अगस्त के चीनी बिक्री कोटा के लिए सरकार पर नज़रें गड़ाए हुए है। त्योहारों का सीजन कगार पर है, इसलिए अगस्त का चीनी बिक्री कोटा बाजार में मिठास ला सकता है। देश भर में मिलें अपनी चीनी को बेचने के लिए कड़ी मशक्कत कर रही है और अब अपनी आर्थिक स्तिथि को मजबूत करने के लिए उनकी निगाहें आने वाले त्योहारों पर है।
देश भर की मिलें अधिशेष चीनी, चीनी के भाव में गिरावट, गन्ना बकाया और ख़राब मानसून से त्रस्त है।
हाल ही में, सरकार ने 40 लाख टन चीनी के बफर स्टॉक के निर्माण को मंजूरी दी जो मांग और आपूर्ति संतुलन को बनाए रखने में सक्षम रखेगा, चीनी की कीमतों को स्थिर करेगा और गन्ना बकाया चुकाने के लिए चीनी मीलों की आर्थिक मदद करेगा।
उद्योग को उम्मीद है कि सरकार नई निर्यात नीति की घोषणा जल्द कर सकती है जिससे उद्योग को बहुत फायदा होगा। इसके साथ त्योहारों को ध्यान में रखते हुए चीनी की कीमतों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
आपको बता दे, 28 जून को जारी अधिसूचना में सरकार के खाद्य मंत्रालय ने जुलाई के लिए देश के 534 मिलों को चीनी बिक्री का 20.5 लाख टन कोटा आवंटित किया था, जो की जून माह की तुलना में कम था।
To Listen to this News click on the button below the image.