मॉस्को : रूस और युक्रेन के बीच चल रहें संघर्ष की दुनिया के कई देशों को कीमत चुकानी पड़ सकती है। रूसी सरकार ने अगस्त के अंत तक अनाज और चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है, जिससे मध्य एशियाई क्षेत्र में भोजन की कमी का डर पैदा हो गया है। आर्थिक विकास मंत्रालय ने कहा कि, यह निर्णय देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और मौजूदा माहौल में घरेलू बाजार की रक्षा करने के लिए गया है।
यूरेशियन आर्थिक संघ, या EAEU (ईएईयू) के अन्य सभी सदस्य राज्य, जिसमें आर्मेनिया, बेलारूस, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान शामिल हैं, उस निर्दिष्ट तिथि तक रूस से गेहूं, राई और मकई आयात करने के अवसर से वंचित रहेंगे। मॉस्को में अधिकारी इस बात पर जोर देते हैं कि, रूस के पास वर्तमान में अपनी जरूरतों से अधिक अनाज का भंडार है, लेकिन तीसरे देशों को फसलों के पुन: निर्यात को रोकने के लिए अस्थायी प्रतिबंध लगाया गया है। रूस के आर्थिक विकास मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ईएईयू देशों ने मौजूदा सीजन में अपनी जरूरत अनाज आयात पहले ही टैक्स फ्री खरीद लिया है।