ढाका: विभिन्न श्रम अधिकार निकायों के नेताओं ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन रैलियों में सरकार से 25 राज्य-स्वामित्व वाली जूट और छह चीनी मिलों को फिर से शुरू करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया। ट्रेड यूनियन फेडरेशन और अन्य श्रमिक निकायों ने अपनी मांगों को लेकर नेशनल प्रेस क्लब के सामने अलग-अलग विरोध प्रदर्शन रैलियां कीं। ट्रेड यूनियन फेडरेशन के अध्यक्ष फैजुल हकीम ने कहा कि, सरकार COVID-19 संकट के दौरान राष्ट्रीयकृत जूट और चीनी मिलों को बंद कर दिया, जो की सरासर गलत है।
श्रमिक कर्मचारी फेडरेशन के अध्यक्ष जहीरुल इस्लाम ने चेतावनी दी कि, यदि सरकार ने मिलों को बंद करने से परहेज नहीं किया तो वे और उग्र आंदोलन करेंगे।रैली में श्रमिक नेता शमीम इमाम, फोएज हुसैन, अब्दुल अली, अबू हसन टीपू और अन्य ने बात की। सरकार ने 2 जुलाई, 2020 को 25 राज्य के स्वामित्व वाली जूट मिलों को बंद कर दिया और 1 दिसंबर को एक आदेश में 15 में से छह चीनी मिलों में पेराई को रद्द कर दिया है।