ढाका: बांग्लादेश के बाजारों में चीनी की किल्लत के चलते विक्रेता सरकार द्वारा तय कीमत से अधिक कीमत पर चीनी बेच रहे है। इससे देश के आम उपभोक्ता काफी परेशान है। हालांकि, चीनी रिफाइनरों ने संबंधित विभाग से ईद से पहले चीनी के खुदरा मूल्य में प्रति किलोग्राम 20 टका (बांग्लादेशी मुद्रा) की और वृद्धि की मांग की है।
रिफाइनरों ने सरकार से मांग की है कि, चीनी की आयात लागत बढऩे के कारण ईद से पहले पैकेज्ड चीनी का बिक्री मूल्य बढ़ाकर 150 टका प्रति किलोग्राम और खुली चीनी का मूल्य बढ़ाकर 140 टका प्रति किलोग्राम किया जाए। इससे पहले बांग्लादेश शुगर रिफाइनर्स एसोसिएशन (बीएसआरए) ने बांग्लादेश ट्रेड एंड टैरिफ कमीशन से चीनी की दरों में बढ़ोतरी की मांग की थी। इसके बाद वाणिज्य मंत्रालय ने पैकेज्ड चीनी का रेट बढ़ाकर 125 टका प्रति किलो और खुली चीनी का रेट 120 टका प्रति किलो कर दिया था।
बिजनेस पोस्ट में छपी एक खबर के मुताबिक, बाजार में अभी पैकेज्ड चीनी 140-145 टका प्रति किलो और खुली चीनी 135 टका प्रति किलो बिक रही है।रिफाइनर दावा कर रहे हैं कि, डॉलर के मजबूत होने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती कीमतों के कारण चीनी आयात लागत बढ़ गई है। इस संबंध में देश के प्रमुख चीनी रिफाइनरों में से एक मेघना ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज (एमजीआई) के उप महाप्रबंधक तस्लीम शहरयार ने कहा कि, विदेशों से कच्ची और रिफाइंड चीनी आयात करने की रियायतें खत्म होने से आयात लागत बढ़ी है।आयातकों को 31 टका प्रति किग्रा के स्थान पर प्रति किग्रा 40 टका शुल्क और कर देना पड़ता है। ढाका में सोमवार को चीनी 120 से 140 टका प्रति किलो बिक रही थी।
इस बीच, वाणिज्य सचिव तपन कांति घोष ने कहा कि, शुगर रिफाइनर्स एसोसिएशन ने मूल्य वृद्धि का प्रस्ताव आयोग को भेजा है। इसमें पैकेज्ड और नॉन-पैकेज्ड चीनी के दाम बढ़ाने की मांग की गई है। जब वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव हो तो बाजार की कीमतों को स्थिर रखना एक मुश्किल काम है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी की कीमत में वृद्धि के कारण पिछले महीने बांग्लादेश में मिलों के लिए बिक्री मूल्य में वृद्धि हुई।