सोलापुर : चीनीमंडी
इस साल का पेराई सीझन खत्म होने की कगार पर है, लेकिन अभी तक सोलापुर जिले की कई सारी मिलों ने किसानों को एफआरपी का भुगतान नही किया है। गन्ना किसानों की इस तकरार के चलते जिला प्रशासन ने शनिवार को आननफानन में बैठक बुलाई थी।
बड़ी मात्रा में भुगतान बकाया होने के बावजूद कई सारी मिलों ने बैठक में भुगतान का दावा किया, इसके चलते तहसीलदार श्रीकांत पाटिल ने एफआरपी बकाया को लेकर चीनी मिलों के बैंक स्टेटमेंट जांच करने के आदेश दिए। पाटिल ने उनमे से बबनराव शिंदे, विठ्ठलराव शिंदे, संत कुर्मदास, मकाइ और सिधेश्वर चीनी मिलों के बँक स्टेटमेंट जांच के आदेश दिए गए।
सोलापुर जिले में चीनी मिलों के पास एफआरपी का लगभग 336 करोड़ रूपये बकाया था। अब तक गोकुल शुगर 42 करोड़, जयहिंद 20 करोड़ 14 लाख, बबनराव शिंदे 55 करोड़ ७२ लाख, विठ्ठलराव शिंदे 42 करोड़ 15 लाख, संत कुर्मदास 14 करोड़ 19 लाख, सिधेश्वर 39 करोड़ 40 लाख, मकाई १२ करोड़ 18 लाख, विठ्ठल कोर्पोरेशन 68 करोड़, फैबटेक 42 करोड़ रूपये एफआरपी भुगतान का दावा किया गया है। मिलों द्वारा किये गये दावों की जांच करने के लिए उनके बँक स्टेटमेंट की छानबीन करने का फैसला लिया गया है।