नई दिल्ली: यदि सबकुछ ठीक रहा और वित्त मंत्रालय ने नवंबर आखिर तक बैंककर्मियों की अधिकतर मांगों को मान लिया तो यह दिवाली बैंककर्मियों के लिए खास होगी। सरकारी बैंक में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए 5 डे वीक, जिसका मतलब है की उन्हें हफ्ते में सिर्फ 5 दिन ही काम करना होगा। फिलहाल बैंकों में हर दूसरे और चौथे शनिवार को बैंक बंद रहते हैं। इसके आलावा फैमिली पेंशन और उनकी सैलरी में 15 प्रतिशत बढ़ोतरी जैसी मांग है। खबरों के मुताबिक इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) और बैंक यूनियंस में नवंबर के दूसरे हफ्ते में इस मुद्दे को लेकर बैठक होने वाली है। यदि बैठक सफल होती है तो नवंबर के अंत में बड़ा ऐलान किया जा सकता है।
नई घोषणा के बाद बैंकों में कामकाज पांच दिवसीय होंगे। यानी हर शनिवार औऱ रविवार को बैंक बंद रहेंगे। बैंक यूनियंस के अधिकारियों के मुताबिक कर्मचारियों की ये मांग वर्ष 2017 से लंबित है। यूनिंयंस के अधिकारियों के अनुसार वैसे तो कई बातों पर सहमति बन चुकी है। साथ ही वित्तमंत्रालय ने कई मसलों पर पर भी अपना रुख साफ कर दिया है।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन के महासचिव सौम्या दत्ता ने कहा कि हम तो चाहते हैं कि बैंककर्मियों की मांगों को सरकार जल्द माने। हमारी कई मांगें तो साल 2017 से लंबित हैं। बैंककर्मियों की प्रमुख मांगों में बैंकों में पांच दिन कार्य करना और सैलरी में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी करना मुख्य हैं। लेकिन बैंक यूनियंस को मालुम है की सरकार 25 प्रतिशत बढ़ोतरी पर सहमत नहीं होगी, इसलिए वे 15 प्रतिशत की मांग पर आ गए।
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