बिजनौर: गन्ना बकाया भुगतान उत्तर प्रदेश में एक अहम् मुद्दा बना हुआ है लेकिन अब उन्हें थोड़ी राहत मिल सकती है क्योंकि चीनी मिलों को बैंक द्वारा सीसीएल (कैश क्रेडिट लिमिट) मंजूर किया जा रहा है। अमर उजाला डॉट कॉम के मुताबीक बैंकों ने चीनी मिलों का 1500 करोड़ का सीसीएल (कैश क्रेडिट लिमिट) मंजूर किया है। इस राशि से किसानों का भुगतान होगा। सीसीएल का पैसा किसानों के खातों में भेजा जाएगा। जिले में बिजनौर, चांदपुर व बिलाई चीनी मिल को छोड़कर बाकी चीनी मिलें सही भुगतान कर रही हैं।
सीसीएल नियम के अनुसार बैंक चीनी मिलों की चीनी को गिरवी रख लेंगे और चीनी मिलों को ऋण दे देंगे। चीनी बेचकर आने वाली राशि को बैंकों को दे दिया जाएगा। इस तरह किसानों को भुगतान भी समय से मिल जाएगा और सरकार द्वारा निर्धारित किए गए कोटे के अनुसार ही चीनी मिल चीनी भी बेच सकेंगी।बिजनौर जिले की आठ चीनी मिलों ने सीसीएल मांगा था।
बिलाई चीनी मिल को बैंकों से सीसीएल नहीं मिला है। ग्रुप के बाकी प्रोजेक्ट पर पहले से ही चीनी मिलों ने ऋण दे रखा है। इस वजह से मिल को और ऋण नहीं दिया गया। बिजनौर मिल के प्रशासनिक अधिकारी एके सिंह के अनुसार अभी 30 करोड़ का भुगतान मिला है। इससे किसानों का भुगतान किया जा रहा है। बरकातपुर चीनी मिल के गन्ना महाप्रबंधक विश्वास राज के अनुसार मिल को सीसीएल अभी मंजूर नहीं हुआ है लेकिन जल्दी ही मंजूर होने की संभावना है।
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