नई दिल्ली : टाइम्स नेटवर्क इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में बोलते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, सरकार का ध्यान किसानों को “ऊर्जादाता” बनाने पर है, न कि केवल “अन्नदाता” (भोजन प्रदाता) बनाने पर। उन्होंने कहा कि, वाहन ईंधन के रूप में एथेनॉल इस्तेमाल के फायदे अब सामने आ रहे है। सरकार का अगला लक्ष्य सड़क निर्माण सामग्री के आयात को कम करने के लिए चावल के ठूंठ से बिटुमेन का उत्पादन करने पर है। उन्होनें कहा, हरित और वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देने के लिए एथेनॉल, मेथनॉल या बिजली से चलने वाले वाहनों को खरीदने के लिए ब्याज सब्सिडी देने पर सरकार द्वारा सोच विचार शुरू है।
मंत्री गडकरी ने कहा, हमारे सकल घरेलू उत्पाद में कृषि का वर्तमान हिस्सा मुश्किल से 12% है। हमें लक्षित आर्थिक विकास हासिल करने के लिए इसे बढ़ाकर 24% करने की जरूरत है। अभी भी हमारी 65% आबादी कृषि पर निर्भर है। पिछले नौ वर्षों में, हमारी सरकार ने कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों पर जोर दिया है।