मेरठ: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) द्वारा मेरठ में व्यापक प्रदर्शन किए जाने और गन्ना समितियों में चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताओं को लेकर परातपुर थाने में जबरदस्ती घुसने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गन्ना समिति चुनाव में धांधली पर आपत्ति जताई है और इस अलोकतांत्रिक कार्य के लिए उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, कोई भी चुनाव में अनियमितता नहीं चाहता, लेकिन भाजपा बेईमानी से सभी पदों पर कब्जा करना चाहती है। इन दिनों गन्ना समितियों के चुनाव में भी भाजपा समर्थक सत्ता हथियाने के लिए अराजकता पर उतारू हैं।सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि, लखीमपुर खीरी, बरेली, हापुड़, मेरठ, मुरादाबाद समेत अन्य जिलों में भाजपा बेईमानी और गुंडागर्दी कर अपने राजनीतिक विरोधियों को परेशान कर रही है। अधिकारियों पर दबाव बनाकर जबरन पर्चा खारिज करा रही है। ये सभी निष्पक्ष चुनाव नहीं होने देना चाहते। भाजपा की अराजकता और गुंडागर्दी के खिलाफ किसान कई जिलों में प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस बीच, मेरठ से मिली खबर के अनुसार भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यकर्ताओं और किसानों ने गुरुवार को हुए गन्ना समिति प्रतिनिधि पद के नामांकन के बाद 102 प्रत्याशियों के निरस्त किए गए पर्चे में अनियमितताओं को लेकर हंगामा किया। एसएसपी, एसपी सिटी, एसडीएम, एडीएम प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद कार्यकर्ता परतापुर थाने में धरने पर बैठे हैं। भाकियू पदाधिकारियों का कहना है कि, जब तक नामांकन में अनियमितताओं को ठीक नहीं किया जाता, तब तक धरना समाप्त नहीं होगा। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत शनिवार को धरने में शामिल होने मौके पर पहुंचे।टिकैत ने कहा कि, किसान विरोध में हाईवे जाम करेंगे। उन्होंने ऐलान किया कि, जिला गन्ना समिति का चुनाव जनता का चुनाव है, इसमें किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। यह चुनाव हमारा है, गांव का है और जनता का है, अगर इसमें बेईमानी हुई तो इसका विरोध होगा।