वैशाली: पिछलें कई सालों से बंद पड़ी गोरौल चीनी मिल फिर से शुरू करने का मुद्दा वैशाली विधायक सिद्धार्थ पटेल ने विधानसभा में उठाया। उन्होंने कहा की, मिल बंद होने से गन्ना किसानों को काफी नुकसान हो रहा है, और सरकार को जल्द से जल्द मिल शुरू करने के लिए एक्शन प्लान लाना चाहिए। उन्होंने विधानसभा सदन में कहा कि, वैशाली जिले के चीनी मिल द शीतलपुर गोरौल वर्षों से बंद होने के कारण किसानों की स्थिति काफी दयनीय हुई है। उन्होंने सरकार से सवाल किया की, सरकार बंद पड़े चीनी मिल को चालू कराने या इसके स्थान पर इथेनॉल उत्पादन सयंत्र लगाने पर विचार रखती है या नही।
भास्कर डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि, केंद्रीय मंत्री की घोषणा को दृष्टिगत कर सरकार स्वयं भी लोकहित में एथनॉल सयंत्र स्थापित कर सकती है। यदि उत्तर स्वीकारात्मक है तो सरकार क्यों नहीं इथेनॉल सयंत्र लगाना चाह रही है। लगाएगी तो कब तक। उनके द्वारा पूछे गए प्रश्न पर गणना उद्योग मंत्री, प्रमोद कुमार ने जवाब दिया कि बिहार राज्य चीनी निगम की इकाई गोरौल वर्ष 1994-95 से बंद है। बिहार राज्य चीनी निगम की बंद इकाइयों पर गन्ना आधारित उद्योग एवं अन्य उद्योगों की स्थापना हेतु निजी निवेशक को लीज पर चलाने के लिये वित्तीय सलाहकार के माध्यम से पांच निवेदाये आमंत्रित की गई थी। परंतु गन्ना आधारित उद्योग हेतु एक भी निवेशक उपलब्ध नहीं हो पाया।