बेंगलुरु/ पटना :भारत की सबसे ऐतिहासिक चीनी मिलों में से एक रीगा चीनी मिल को कई वर्षों के बंद रहने के बाद नया मालिक मिल गया है। कर्नाटक स्थित निरानी शुगर्स लिमिटेड ने रीगा शुगर कंपनी लिमिटेड का सफलतापूर्वक अधिग्रहण कर लिया है। अधिग्रहित सुविधाओं में 5,000 टीसीडी (टन गन्ना प्रति दिन) की पेराई क्षमता वाला एक चीनी संयंत्र, 45 केएलपीडी (किलो लीटर प्रति दिन) की डिस्टिलरी क्षमता और 11 मेगावाट का सह-उत्पादन बिजली संयंत्र शामिल है।
इस बार ई-नीलामी का आरक्षित मूल्य घटाकर 86.50 करोड़ रुपये कर दिया गया। इस बारे में रीगा शुगर कंपनी लिमिटेड के परिसमापक नीरज जैन द्वारा एक सार्वजनिक सूचना जारी की गई।हाल ही में निरानी शुगर्स की एक टीम ने रीगा चीनी मिल का विस्तृत निरीक्षण किया। टीम ने स्थानीय कर्मचारियों और तकनीकी विशेषज्ञों के साथ चर्चा भी की।निरानी शुगर्स अपने चीनी निर्माण परिचालन के माध्यम से भारत के सबसे बड़े कृषि-वस्तु व्यवसायों में से एक में एक प्रमुख खिलाड़ी रही है। यह भारतीय चीनी उद्योग में शीर्ष खिलाड़ियों में से एक है।
यह अधिग्रहण निरानी शुगर्स लिमिटेड की कृषि-औद्योगिक क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ाने, टिकाऊ और विविध विकास को प्रोत्साहित करने और एक परिपत्र अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की दीर्घकालिक रणनीति का समर्थन करता है जो किसानों को लाभ पहुंचाता है और ग्रामीण समुदायों के विकास में सहायता करता है, साथ ही भारत के चीनी उद्योग की विरासत को संरक्षित करता है।