पटना: बिहार सरकार गन्ना और चीनी उद्योग बढ़ावा देने के प्रयास में जुट गई है। इसी सिलसिले में प्रदेश के गन्ना उद्योग मंत्री आलोक कुमार मेहता ने हाल ही में गन्ना प्रजनन संस्थान (कोयम्बटूर) का दौरा किया। इस दौरान विभाग के प्रधान सचिव नर्मदेश्वर लाल, संयुक्त निदेशक राकेश रंजन, संयुक्त ईंखायुक्त जय प्रकाश नारायण सिंह मौजूद रहे। मंत्री आलोक कुमार मेहता को संस्थान के निदेशक डॉ. जी हेमप्रभा और प्रमुख (फसल उत्पादन) डॉ. के कानन ने विभागीय टीम को गन्ना के नए प्रभेदों की जानकारी दी। मंत्री आलोक कुमार मेहता ने वैज्ञानिकों से रोग प्रतिरोधी गन्ने की उन्नत प्रभेद विकसित करने की अपील की।
मंत्री मेहता ने कहा कि, वैज्ञानिक बिहार की जलवायु के अनुसार गन्ना के प्रभेदों को विकसित करना चाहिए। बाढ़ व जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए उन्नत किस्म के गन्ना प्रभेद विकसित करने से उत्पादन में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा, गन्ना उत्पादन में वृद्धी से किसानों की आय में भी इजाफा होगा। इस अवसर पर कोयम्बटूर संस्थान के निदेशक व अन्य वैज्ञानिकों ने फ्रीज ड्राई गन्ना रस, स्प्रे ड्राई गन्ना रस, गन्ना रस से तैयार जैम, तरल गुड़गु निर्माण, गन्ना के खाद्य रेशा से बिस्कुट तैयार करने, गन्ना रस से आइसक्रीम निर्माण, पाउडर गुड़ निर्माण करने की वैज्ञानिक तकनीक विकसित करने व संबंधित तकनीक का पेटेंट प्राप्त कर औद्योगिक इकाइयों को उपलब्ध कराने की जानकारी दी।मंत्री मेहता ने, गन्ना को बीमारियों से बचाव हेतु गन्ना बीज उपचार करने हेतु यंत्र का निर्माण करने की मांग की।