बिजनौर : जनपद में कई चीनी मिलों के क्षेत्र का गन्ना खत्म हुआ है, और मिलों को गन्ने की कमी से पूरी क्षमता से चलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।चीनी मिलों का पेराई सीजन आखिरी पड़ाव में पहुंच चूका है। कई चीनी मिलें परे समाप्ति की ओर बढ़ रही है। नूरपुर क्षेत्र की चांगीपुर चीनी मिल ने 20 मार्च, अफजलगढ़ चीनी मिल ने मार्च माह के अंत और धामपुर व स्योहारा चीनी मिल ने 16- 17 अप्रैल तक पेराई सत्र बंद करने का संकेत दिया है। मिल अधिकारियों के अनुसार, गन्ने की कमी से अब चीनी मिलें ‘नो केन’ हो रही है।
‘अमर उजाला’ में प्रकाशित खबर के मुताबिक, धामपुर गन्ना समिति के विशेष सचिव मनोज कुमार कोंट ने कहा कि इस बार तहसील क्षेत्र के धामपुर, स्योहारा, बिलाई, अफजलगढ़ और नूरपुर आदि क्षेत्रों में लाल सड़न रोग और नदियों में आई बाढ़ के कारण गन्ने की फसल बर्बाद हो गई थी। इस कारण गन्ने की कमी है।चांगीपुर और अफजलगढ़ चीनी मिलों की ओर से किसानों को जागरूक किया जा रहा है। मगर, फिर भी चीनी मिलों को पर्याप्त गन्ना नहीं मिल रहा है। गन्ना विभाग किसानों को नुकसान नहीं होने देगा। जब तक किसानों के खेत में खड़े एक-एक गन्ने की आपूर्ति नहीं होती है, चीनी मिलों को बंद नहीं होने दिया जाएगा।