भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में महूबबा सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला लिया है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ हुई कोर ग्रुप की बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया है। आज शाम ही जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अपने पद से इस्तीफा दे सकती हैं। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में पार्टी महासचिव राम माधव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के ताजा हालात पर चर्चा हुई उसके बाद पार्टी ने यह फैसला लिया। बैठक से पहले अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ बैठक की।
राम माधव ने कहा कि ताजा हालात के बाद गठबंधन में काम करना पार्टी के लिए मुश्किल हो गया था। हालांकि भाजपा हमेशा से ही शांति और घाटी में अमन के लिए प्रयासरत रही लेकिन विभिन्न कारणों से जम्मू-कश्मीर की सरकार नहीं कर पाई। जिस तरीके से घाटी में अचानक घटनाएं बढ़ी है उससे राज्य की हालत और बिगड़ते गए। राम माधव ने कहा कि जम्मू में शांति के लिए पार्टी ने गठबंधन किया था। मोदी सरकार ने हर संभव राज्य सरकार के लिए मदद की लेकिन फिर भी हालात नहीं सुधर रहे थे।
राम माधव ने कहा कि साल भर पहले जो जनादेश आया था, तब ऐसी परिस्थितियां थी जिसके कारण ये गठबंधन हुआ था। लेकिन जो परिस्थितियां बनती जा रही थीं उससे गठबंधन में आगे चलना मुश्किल हो गया था।
राममाधव ने कहा कि जिन मुद्दों को लेकर सरकार बनी थी, उन सभी बातों पर चर्चा हुई। पिछले कुछ दिनों से कश्मीर में स्थिति काफी बिगड़ी है, जिसके कारण हमें ये फैसला लेना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रधानमंत्री, अमित शाह, राज्य नेतृत्व सभी से बात की है।