मुंबई: शुगर कंपनियों के शेयरों में गुरुवार को उछाल देखा गया, इंट्रा-डे ट्रेड में बीएसई पर 7 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई। बलरामपुर चीनी मिल्स, धामपुर शुगर मिल्स, अवध शुगर एंड एनर्जी, उत्तम शुगर मिल्स और डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज बीएसई पर प्रत्येक में 5 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई। दूसरी ओर द्वारिकेश शुगर इंडस्ट्रीज, श्री रेणुका शुगर्स, त्रिवेणी इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रीज और बजाज हिंदुस्तान शुगर 2 फीसदी से 5 फीसदी के बीच थे। बलरामपुर चीनी मिल्स (बीसीएमएल) इंट्रा-डे ट्रेड में बीएसई पर 5.4 प्रतिशत की तेजी के साथ 344.50 रुपये पर पहुंच गया। स्टॉक ने 14 जून, 2021 को 363.15 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। कंपनी के बोर्ड ने हाल ही में नई 320 केएलपीडी डिस्टिलरी सुविधा के लिए 425 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी थी, जो दिसंबर 2022 से परिचालन शुरू करने के लिए निर्धारित है।
विश्लेषकों का कहना है कि, चीनी उद्योग वैश्विक और घरेलू दोनों कारकों से लाभान्वित होने के लिए तैयार है। चीनी की वैश्विक मांग, अनुकूल सरकारी नीतियां और भारत में उच्च इथेनॉल मिश्रण पर जोर देने से इन्वेंट्री नियंत्रण में रहेगी। मिलें चीनी से जादा इथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा दे रही हैं, इसलिए देश के चीनी उत्पादन में गिरावट की संभावना है। डिस्टिलरी व्यवसाय के लिए सरकार का दृष्टिकोण सकारात्मक है। ऑटोमोटिव ईंधन के साथ इथेनॉल के मिश्रण को बढ़ाने पर सरकार का अधिक ध्यान है। इथेनॉल उत्पादन में वृद्धि और चीनी के त्याग से कार्यशील पूंजी चक्र में सुधार होगा। जिससे चीनी मिलें आगे जाकर अधिक लाभ कमाने की संभावना बनी हुई है।
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