साओ पाउलो : जल्द ही ब्राजील दुनिया के सबसे बड़े मक्का निर्यातक के रूप में अमेरिका को पीछे छोड़ सकता है।ब्राजीलियाई किसानों ने गन्ने के साथ साथ सोयाबीन और मक्का उत्पादन की तरफ अपना रुख़ कर लिया है। मक्का फसल को ब्राज़ीलियाई लोग “सफ्रिन्हा” कहते है, और ब्राज़ील की दूसरी सबसे बड़ी फसल थी। लेकिन पिछले एक दशक में, यह दूसरी फसल उत्पदान के नए नए रिकॉर्ड स्थापित कर रही है। इतनाही नही इस साल का अपेक्षित उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है, जिससे ब्राजील अमेरिका को पछाड़कर दुनिया का अग्रणी मक्का निर्यातक बन जाएगा। यही स्थिति केवल एक बार पहले, 2013 में बनी थी। नेशनल सप्लाई कंपनी (कॉनब) की इस सप्ताह प्रकाशित नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, मक्का उत्पादन 124.9 मिलियन टन (पिछले वर्ष की तुलना में 10.4 प्रतिशत अधिक) होने की उम्मीद है।
ब्राजील में 2017 से मक्का से एथेनॉल उत्पादन शुरू होने के बाद मक्का कीमत में वृद्धि ने उत्पादकों को “सफ्रिन्हा” में अधिक निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया है।दूसरी फसल के रूप में मकई अधिक आकर्षक हो गई है।संशोधित किस्मों ने अब ब्राजील के लगभग सभी मक्के के खेतों पर कब्जा कर लिया है। अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार, ब्राजील इस वर्ष 52 मिलियन टन मकई का निर्यात कर सकता है, जो 2022 के 31.9 मिलियन टन निर्यात से अधिक है, और अमेरिका को नंबर एक के पायदान से नीचें खींच सकता है। अमेरिका का निर्यात 49 मिलियन टन होने का अनुमान है।ब्राजील अमेरिका के प्रतियोगी के रूप में उभर रहा है और उत्पादन को और बढ़ाने की क्षमता रखता है। इस फसल के लिए अभी भी बहुत सारी जमीन उपलब्ध है।