मुंबई: पूर्व सांसद एवं स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने कहा कि ब्राजील और भारत सरकार के बीच अगर चीनी, इथेनॉल और बायो डीजल व्यापार को लेकर करार हुआ तो देश के 18 राज्यों में गन्ना उत्पादक किसानों की कमर टूट जाएगी। उन्होंने कहा कि देश में चीनी की प्रचुर मात्रा होने की असली वजह ब्राजील ही है जिसने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में भारत की चीनी नीति के खिलाफ शिकायत कर रखी है, जिसके कारण पर्याप्त मात्रा में निर्यात नहीं हो पा रहा।
शेट्टी यहां के यशवंतराव चव्हाण सेंटर में आयोजित अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की केंद्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक में भाग लेने पहुंचे थे, जिसका गुरूवार को समापन हुआ। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में शेट्टी ने कहा कि इस गणतंत्र दिवस पर ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो भारत आ रहे हैं तथा उनके इस दौरे को लेकर किसानों का कोई विरोध नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील से चीनी, इथेनॉल और बायो डीजल उद्योग को लेकर करार किया तो केंद्र सरकार को गन्ना किसानों का विरोध झेलना पड़ेगा। शेट्टी ने कहा कि ब्राजील ने भारत की चीनी, इथेनॉल और बायो डीजल उद्योग नीति का डब्ल्यूटीओ में विरोध किया है, जिसके कारण भारत से चीनी निर्यात नहीं हो पा रही है तथा देश में चीनी अधिशेष की स्थिति पैदा हो गई है।
पिछले दिनों महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा घोषित किसानों की कर्ज-माफी योजना को लेकर शेट्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस योजना के जरिए राज्य के किसानों को लुभाने का प्रयास किया है।
यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.