बनासकांठा: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन में पुरे देश से हिंसा की घटना सामने आ रही है। इस हिंसा न गुजरात को भी अपने चपेट में ले लिया है। गुजरात पुलिस ने शुक्रवार को बनासकांठा जिले में नव-संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध करने पर दंगा, हमला और आपराधिक साजिश के आरोप में 3022 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
यहां हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग हाथ में तिरंगा लिए सड़क पर उतरे और उपद्रव मचाया। मामला संज्ञान में आते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और लाठीचार्ज कर आंदोनकारियों को भगाया। उधर कुछ उपद्रवियों ने पुलिस गाड़ियों में तोड़फोड़ की और पथराव किया। इस हमले में पुलिस के 8 जवान गंभीर रुप से घायल हो गए हैं।
कल जिले में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 के खिलाफ लोगों के विरोध प्रदर्शन के बाद यह कार्रवाई की गई है। जिन लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है, उनमें से 22 की पहचान की गई है, जिसमें अमरनाथ जनकुरम भी शामिल हैं, जो राज्य के विधायक जिग्नेश मेवाणी के सहयोगी हैं।
इस बीच, अहमदाबाद में विरोध प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के बाद 59 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया। संसद द्वारा नागरिकता (संशोधन) विधेयक, 2019 को मंजूरी दिए जाने के बाद देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं।