नई दिल्ली: अक्टूबर से शुरू होने वाले अगले पेराई सीजन में गन्ना किसानों को चीनी मिलों से मिलने वाले गन्ने के दाम में 3.3 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।
द हिन्दू बिजनेस लाइन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) ने सिफारिश की है कि, गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) 2023-24 सीज़न के लिए 10.25 प्रतिशत चीनी रिकवरी दर के लिए ₹315/क्विंटल होना चाहिए, जो अभी ₹305 है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कैबिनेट इस महीने FRP पर फैसला कर सकती है। जितनी ज्यादा रिकवरी होगी, गन्ने के दाम उतने ही ज्यादा होंगे।
केंद्र सरकार के लिए FRP पर निर्णय महत्वपूर्ण होगा क्योंकि 2024 के आम चुनाव में गन्ना किसानों की भूमिका काफी अहम होगी। किसानों को गन्ने का रकबा बढानें के लिए FRP बढ़ाकर प्रोत्साहित करने की योजना है। साथ ही, इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) के अनुसार, चालू सीजन (अक्टूबर-सितंबर) में चीनी उत्पादन घटकर 32.8 मिलियन टन (mt) रहने का अनुमान है।
हालही ने इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने भी सरकार से FRP के अनुरूप चीनी का न्यूनतम बिक्री मूल्य (MSP) 31 रुपये प्रति किलोग्राम (31,000 रुपये प्रति टन) के मौजूदा स्तर से बढ़ाकर 38 रुपये प्रति किलोग्राम (38,000 रुपये प्रति टन) करने का आग्रह किया है। खाद्य मंत्रालय को भेजे एक पत्र में ISMA के अध्यक्ष आदित्य झुनझुनवाला ने कहा है की, सरकार ने पहली बार 7 जून, 2018 को चीनी MSP 29 रुपये प्रति किलो तय किया था, जब गन्ने का FRP प्रति टन 2550 रुपये था। वर्ष 2018-19 में FRP बढ़ाकर 2750 रुपये प्रति टन और चीनी MSP भी बढ़ाकर 14 फरवरी, 2019 को 31 रुपये प्रति किलोग्राम किया गया। FRP में काफी वृद्धि के बावजूद 2018-19 से MSP में कोई वृद्धि नहीं हुई है।