नई दिल्ली: कारगिल इंडिया (Cargill India) मकई से इथेनॉल का उत्पादन करनेवाली परियोजनाओं में निवेश करने को इच्छुक है, लेकिन कपंनी को ‘हरित ईंधन’ पर सरकार द्वारा स्पष्ट नीति लागु करने की प्रतीक्षा है। निष्पक्ष इथेनॉल नीति से सरकार को गन्ने के साथ धान और मकई के इस्तेमाल से इथेनॉल उत्पादन के विविधीकरण में और किसानों को अपनी आय बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
फाइनेंसियल एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, कारगिल इंडिया के अध्यक्ष साइमन जॉर्ज ने बताया की, हम अमेरिका में मकई से इथेनॉल का उत्पादन कर रहे हैं और यह हमारे व्यापार का एक बड़ा हिस्सा है। हम भारत में इथेनॉल उत्पादन के अवसर देख रहे हैं। इथेनॉल नीति कितनी आकर्षक है, इसका आकलन करने के बाद कंपनी निवेश की योजना बनाएगी। सरकार ने पिछले महीने 2020-21 सीज़न (दिसंबर-नवंबर) के दौरान इथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम (EBP) के तहत OMCs द्वारा खरीदी जाने वाली इथेनॉल की विभिन्न श्रेणियों के आरक्षित मूल्यों में 1.94-3.34 / लीटर की बढ़ोतरी की है, जिससे चीनी मिलों को कमाई में मदद मिलेगी।