प्रमुख पत्तनों का बुनियादी ढांचा विकास और क्षमता संवर्द्धन एक स्थायी प्रक्रिया है। इसमें नए घाट व टर्मिनलों का निर्माण, मौजूदा घाट व टर्मिनलों का मशीनीकरण, बड़े पोतों को आकर्षित करने को लेकर तलछट को गहरा करने के लिए कैपिटल ड्रेजिंग, सड़क और रेल संपर्क का विकास आदि शामिल है।
इसके परिणामस्वरूप मार्च, 2023 तक देश के प्रमुख पत्तनों की कार्गो प्रबंधन क्षमता 1617.39 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) हो गई है।
पिछले तीन वर्षों में हर एक साल के दौरान प्रमुख पत्तनों की कार्गो प्रबंधन क्षमता का पत्तन-वार विवरण अनुबंध में दिया गया है।
यह जानकारी केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज लोकसभा में एक लिखित जवाब में दी।
(Source: PIB)