नई दिल्ली : कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार एयरलाइनों के लिए विमानन ईंधन के साथ सस्टेनेबल ईंधन का मिश्रण अनिवार्य करने पर विचार कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए इस कदम पर विचार किया जा रहा है क्योंकि विमानन सबसे अधिक कार्बन उत्सर्जक उद्योगों में से एक है। सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल में पारंपरिक जेट फ्यूल के समान गुण होते हैं, लेकिन वह कम कार्बन उत्सर्जन करते है।
नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल ने मंगलवार को कहा कि, नागरिक उड्डयन और पेट्रोलियम मंत्रालय मिश्रण के एक निश्चित प्रतिशत को अनिवार्य करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, सरकार ने एयरलाइनों के साथ प्रस्ताव पर चर्चा की है, और वे सस्टेनेबल ईंधन के साथ जेट ईंधन के सम्मिश्रण के फैसले से सहमत हैं। भारतीय विमानन उद्योग में सस्टेनेबल विमानन ईंधन अभी भी नया है। अब तक, मिश्रित ईंधन पर केवल कुछ मुट्ठी भर प्रदर्शन उड़ानें हुई हैं।