नई दिल्ली : इफको ने शनिवार को घोषणा की कि, उसके इफको नैनो डीएपी उर्वरक को भारत सरकार द्वारा बिक्री के लिए मंजूरी दे दी गई है और यह भारतीय किसानों के लिए गेम चेंजर साबित होगा।इफको नैनो डीएपी उर्वरक का निर्माण करेगा जो भारतीय कृषि और अर्थव्यवस्था के लिए एक गेम चेंजर है। इफको के प्रमुख डॉ. यू.एस. अवस्थी ने कहा कि पारंपरिक डीएपी की तुलना में इसकी कीमत 600-700 रुपये के बीच होगी।उन्होंने ट्वीट किया कि, यह फिर से आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर कृषि की ओर एक बड़ा कदम है। यह सहकार से समृद्धि के लिए भी एक रास्ता है।
नैनो डीएपी लिक्विड एक अनोखा पर्ण सूत्रीकरण है जो फसलों को नैनो नाइट्रोजन (8.0 प्रतिशत) और फास्फोरस (16.0 प्रतिशत) की आपूर्ति करता है।यह सीड प्राइमर, ग्रोथ एनहांसर, प्रोडक्टिविटी और क्वालिटी बूस्टर के रूप में सभी फसलों के लिए उपयुक्त है। इष्टतम परिस्थितियों में नैनो डीएपी उपयोग दक्षता 90 प्रतिशत से अधिक है।नैनो डीएपी का प्रयोग पारंपरिक डीएपी और अन्य फॉस्फेटिक उर्वरकों की आवश्यकता को कम करता है जबकि किसानों की लागत में कमी के साथ-साथ मिट्टी, वायु और जल के प्रदूषण को भी कम करता है।इसका लाभ यह है कि यह बीज के अंकुरण को बढ़ाता है और उर्वरक लागत को कम करने और किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ जड़ों के विकास में सुधार करता है।