चीनी मिलों के सामने कोल्हुओं की चुनौती, मिलों को गन्ने की कम आपूर्ति

बिजनौर, उत्तर प्रदेश: इस सीजन में कोल्हुओं ने चीनी मिलों के सामने चुनौती खड़ी कर दी है, जिससे मिलों को तंग गन्ना आपुर्ती का सामना करना पड़ रहा है। गन्ने के आभाव में कई मिलें तो ‘नो केन’ चल रही है। कई मिलों ने सीजन समाप्ति को लेकर नोटिस जारी कर दिए है। जिले की चांगीपुर चीनी मिल बंद हो गई है तथा बहादुरपुर चीनी मिल आज (शनिवार) बंद हो जाएगी। बुंदकी चीनी मिल भी 27 मार्च तक बंद हो जाएगी। कोल्हुओं पर गन्ने के दाम चीनी मिलों से ज्यादा 450 रुपये क्विंटल पर पहुंच गए हैं। कोल्हू पर गन्ने के दाम बढ़ने से मिलों को गन्ने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।

लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उत्तम शुगर मिल बरकतपुर मिल उपाध्यक्ष नरपत सिंह के अनुसार प्रतिदिन 85 हजार क्विंटल गन्ना पेराई क्षमता वाली उत्तम मिल इस बार मात्र 65 हजार क्विंटल गन्ना पेराई करते हुए काफी दिन ‘नो केन’ से गुजरने को मजबूर रही। पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार उत्तम मिल 32 लाख क्विंटल गन्ना कम पेराई कर दो माह पूर्व ही बंद होने की कगार पर है। जीएम केन विकास कुमार पुंडीर के अनुसार यह असर गन्ने की कम पैदावार होने के कारण उत्तम मिल पर ही नहीं बल्कि सभी मिलों सहित कोल्हू पावरों पर भी है। जिले की चीनी मिलों ने किसानों को अब तक 2704 करोड़ का भुगतान कर दिया है। पिछले साल किसानों को चीनी मिलों ने करीब 4300 करोड़ का भुगतान किया था।

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