पुणे / कोल्हापुर : चीनी मंडी
राज्य विधानसभा चुनाव के लिए अगले सप्ताह से आचार सहिंता लागू होने की संभावना है, इसी वजह से नये चीनी सीजन की मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की अध्यक्षता वाली मंत्रियों की समिति की बैठक के बारे में सस्पेंस बरकरार है। नया सीजन शुरू करने के बारे में नये मंत्रिमंडल के गठन के बाद फैसला होने की आशंका जताई जा रही है।
इस वर्ष, राज्य के कई इलाकों में सूखे की स्थिती और कई जिलों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण गन्ना फसल प्रभावित हुई है। राज्य के गन्ना क्षेत्र से पहचाने जाने वाले कोल्हापुर और सांगली जिलों में उत्पादन बहुत कम होने की संभावना है, जिससे चीनी सीजन में मिलों को पेराई के लिए बहुत ही कम गन्ना उपलब्ध हो सकता है। चीनी आयुक्त कार्यालय द्वारा गन्ना पेराई के लिए अगस्त के अंत तक आवेदन करने का समय था, लेकिन अब समयसीमा बढ़ाकर 30 सितम्बर तक कर दी गई है।
राज्य के एक हिस्से में बाढ़ की स्थिति और दूसरे में सूखे की स्थिति है। इसलिए गन्ने की फसल खतरे में है। इन दोनों संकटों के कारण, मिलों का चीनी मौसम खतरें में है। सांगली और कोल्हापुर जिलों के साथ-साथ मराठवाड़ा में चीनी मिलों को क्रशिंग में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। सूखे के कारण, मराठवाड़ा में कई मिलों द्वारा पूरी क्षमता से क्रशिंग सीजन पूरा होने की संभावना नहीं है। इससे मराठवाड़ा मिलों के चीनी उत्पादन पर असर पड़ेगा।
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