रायपुर : केंद्र सरकार के एथेनॉल उत्पादन निति में देश के सभी प्रदेश बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे है। कुछ परियोजना एथेनॉल उत्पादन के लिए फीडस्टॉक के रूप में मक्का और धान का उपयोग कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ सरकार एथेनॉल के उत्पादन के लिए धान के अधिशेष स्टॉक का उपयोग करने के लिए सभी प्रयास कर रही है और भोरमदेव सहकारी चीनी मिल में राज्य के पहले एथेनॉल प्लांट की स्थापना के लिए एक प्रक्रिया शुरू की गई है।
बजट सत्र के उद्घाटन के दिन विधानसभा को अपना पारंपरिक भाषण देते हुए राज्यपाल अनुसुइया उइके (Governor Anusuiya Uikey) ने कहा कि, राज्य के अपने संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा रहा है, सभी को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्यपाल ने कहा, राज्य सरकार एथेनॉल के उत्पादन के लिए धान के अधिशेष स्टॉक का उपयोग करने के लिए कर रही प्रयास सराहनीय है।