अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ भी एथेनॉल उत्पादकों का ध्यान केंद्रित कर रहा है, क्योंकि प्रदेश में एथेनॉल उत्पादन के लिए 34 निजी कंपनियां द्वारा निवेश की योजना बनाई गई है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्यों के साथ साथ अब छत्तीसगढ़ ने भी एथेनॉल उत्पादन बढाने के लिए कमर कसी है। इससे प्रदेश के 4,765 लोगों को रोजगार के अवसर निर्माण होने की संभावना है। साथ ही इससे तीन से चार गुना लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिलेंगे। एक कंपनी ने एथेनॉल उत्पादन शुरू कर दिया है, जबकि छह प्लांट निर्माणाधीन हैं। निजी कंपनियों द्वारा अभी तक 541.82 करोड़ रूपये निवेश किया जा चुका है। दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, मुंबई व जयपुर की कंपनियों ने छत्तीसगढ़ में एथेनॉल प्लांट के लिए समझौता किया है। इनके अलावा छत्तीसगढ़ की भी कई निजी कंपनियां एथेनॉल प्लांट के लिए आगे आ चुकी हैं।
‘नई दुनिया’ में प्रकाशित खबर के अनुसार, कवर्धा जिले में स्थापित इकाई से एथेनॉल का उत्पादन भी शुरू हो गया है। किसानों की आर्थिक समृद्धि के लिए इन इकाइयों को महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है। वर्ष 2025 तक अधिकांश इकाइयों से उत्पादन आरंभ हो जाने की संभावना हैं। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में सर्वाधिक नौ एथेनाल प्लांट का प्रस्ताव है। इसके अलावा सरगुजा, कबीरधाम, बिलासपुर, बस्तर, रायगढ़, राजनांदगांव, महासमुंद, रायपुर, दुर्ग, जांजगीर-चांपा और मुंगेली जिले में भी ये इकाइयां स्थापित होगी।