रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से राज्य में 2जी एथेनॉल रिफाइनरी स्थापित करने की अनुमति देने का आग्रह किया। अमित शाह छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश से बने मध्य क्षेत्र अंतर-राज्य परिषद के अध्यक्ष भी है। बघेल ने अपने पत्र में राज्य में एथेनॉल के उत्पादन के लिए तेल विपणन कंपनियों के माध्यम से परियोजना स्थापित करने की अनुमति मांगी। इसके तहत धान की फसल के अवशेषों से एथेनॉल तैयार किया जाएगा। इसके अलावा, एक 2जी (दूसरी पीढ़ी) एथेनॉल रिफाइनरी स्थापित करने की मंजूरी दी जाएगी।
22 अगस्त को हुई अंतर-राज्य परिषद की बैठक का हवाला देते हुए बघेल ने कहा कि, केंद्र सरकार फसल अवशेषों की रोकथाम के लिए Pradhan Mantri JI-VAN Yojana (Biofuel-Environmental Residue Redressal) के तहत बायोएथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा दे रही है। इसके तहत भारत सरकार की तेल विपणन कंपनी द्वारा लिग्नोसेल्यूलोसिक बायोमास आधारित बायोएथेनॉल उत्पादन के लिए एक रिफाइनरी स्थापित करने का अनुरोध किया गया। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ में कृषि फसलों विशेषकर धान का अनुमानित वार्षिक उत्पादन 137 लाख टन (खरीफ विपणन वर्ष 2022-23) है। उन्होंने कहा कि, प्रदेश में बायोएथेनॉल उत्पादन के लिए अनुकूल वातावरण है। यह परियोजना कृषि अवशेषों को जलाने से होने वाले पर्यावरण प्रदूषण को कम करने और शहरी क्षेत्रों में बेहतर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सुनिश्चित करने में मदद करेगा।